100 Sad Shayari in Hindi — दिल को छू लेने वाली शायरी

खास आपके लिए — भावनाओं से भरी “sad shayari in hindi” संग्रह

100 Sad Shayari (Hindi)

नीचे 100 दिल-छू लेने वाली शायरी दी गई हैं — आप इन्हें शेयर कर सकते हैं, स्टेटस में लगा सकते हैं या अपने खामोश लम्हों के साथी बना सकते हैं।

1

तेरी यादों ने मेरी तन्हाई को घर बना दिया।

2

ख़ुशी की तलाश में मैंने खुद को खो दिया।

3

दिल का मौसम हमेशा बरसात जैसा रहता है।

4

तुम्हारे जाने के बाद कोई मुस्कान नहीं बची।

5

आँखों में सन्नाटा और होंठों पर कुछ बोलने का डर।

6

हमसे जुड़े हर ख्वाब टूट कर दिल पर गिरे।

7

तन्हाई ने हमें बहुत कुछ सीखा दिया, पर दर्द नहीं गया।

8

कभी किसी ने पूछा ही नहीं — तू कैसा है?

9

वो जो साथ थे, आज सिर्फ यादों के मेहमान हैं।

10

मासूमियत से टूटे अरमान अब किसी से नहीं कहे जाते।

11

दिल से निकली दुआओं ने भी साथ छोड़ दिया।

12

यादें इतनी भारी हैं कि सांसें भी मुश्किल हो जाती हैं।

13

कभी हर खुशी थी मेरी अब हर खुशी अजनबी है।

14

तेरी बातें अब घाव बन कर रह गईं।

15

हम न जाना चाहते थे परवाद मिल गया है दिल को।

16

रास्ते बदल गए, मगर दिल वहीँ का वहीँ रह गया।

17

कभी हँसते थे हम, अब बस चुप रहने की आदत हो गई।

18

तुम्हारे बिना हर शाम सुनसान सी लगती है।

19

दिल ठहर गया है उस मोड़ पर जहाँ तुम मिले थे।

20

आँसू कहते हैं कि हम अब तुम्हें भूल ही नहीं पाएंगे।

21

वक़्त ने कुछ ऐसा कर दिया कि उम्मीदें भी खामोश हो गईं।

22

जो बातें हमने दिल में पाली थीं, आज वे सिर्फ दर्द हैं।

23

तुम्हारे जाने से पहले सब कुछ पूरा था, अब कुछ भी पूरा नहीं।

24

मौन में भी कभी-कभी चीख उठता है दिल।

25

किसी ने छू लिया है शायद मेरी खामोशी को।

26

जब तन्हा होता हूँ, तुम्हारी परछाई गले लगाती है।

27

उम्मीदें टूटती रही और दिल थकता गया।

28

तेरी मोहब्बत का साया अब खामोशी में बदल गया।

29

वो लम्हा जो कभी घर था, आज पराया लगे।

30

दिल की किताब में अब सिर्फ टूटे पन्ने ही हैं।

31

तुम्हारे नाम की परछाई हर मोड़ पर मिलती है।

32

आहिस्ता-आहिस्ता मेरी हँसी भी भुला दी तुमने।

33

मैंने चाहा था साथ, मगर मुक़द्दर ने अलग रास्ता चुना।

34

खामोशियों का शहर अब मेरे लिए घर नहीं रहा।

35

हर याद के पीछे एक अधूरी दास्ताँ छुपी है।

36

दिल के दरवाज़े बंद हैं, पर यादें भीतर से दस्तक देती हैं।

37

कुछ रिश्ते बस याद बन कर रह जाते हैं।

38

तुम्हारी हँसी की खनक अब दूर कहीं खो गई है।

39

अधूरी चाहतें, अधूरी बातें और तन्हा रातें।

40

मैं खुद से दूर होता गया, जब तुम दूर हुई।

41

दिल के जख्म गहरे हैं, पर समय ने मरहम नहीं दिया।

42

हर सुबह एक नई खामोशी लेकर आती है।

43

तुम्हारे जाने का असर अभी तक बना हुआ है।

44

मैंने बहुत सोचा था लेकिन नतीजा वही रहा — खालीपन।

45

वो बात जो कभी दिल को सुकून देती थी, अब जुदाई बन गई।

46

कदम थम गए हैं उस राह पर जहाँ तुम रूके थे।

47

दिल पूछता है — कब लौटोगे, पर कोई जवाब नहीं आता।

48

तेरे बिना शामें इतनी लंबी क्यों लगती हैं?

49

उम्मीदें कहती हैं कि शायद कल सब बदल जाए, पर कल भी वही है।

50

टूटे दिल की आवाज़ सिर्फ सन्नाटों में सुनाई देती है।

51

हर गली में तेरा नाम लिखा मिलता है मुझे।

52

कुछ रिश्तों की दूरी दिल पर ऐसा असर छोड़ जाती है।

53

तुम्हें पाना मेरा हक़ था, पर हम चाहकर भी न पा सके।

54

तेरे बिना मेरे गीत अधूरे रह जाते हैं।

55

खुशियों की तलाश में मैंने अपनी आँखों की रोशनी खो दी।

56

तुम्हारी यादों का मौसम हर दिन बरसाता है।

57

आँखें नम हैं और दिल चिंतित — बस यही हाल है।

58

हमने चाहा तो बहुत, मगर किस्मत ने साथ नहीं दिया।

59

कभी-कभी उदासी भी मुस्कुरा कर मिलती है।

60

तुमसे अलग होकर भी तुम्हारी मोहब्बत साथ रहती है।

61

रिश्ते टूट जाते हैं और दिल टूटे-टूटे से रह जाते हैं।

62

तुम्हारी कमी हर पल महसूस होती है।

63

हमने चाह कर भी तुम्हें नहीं समझ पाया।

64

तेरे बिना मेरी दुनिया अधूरी है।

65

कभी सोचा नहीं था कि जुदाई इतनी भारी होगी।

66

हर सन्नाटा तुम्हारी याद दिला देता है।

67

तेरे दिल में मेरा नाम अब मिटा सा गया है।

68

ख़ामोशी भी कभी-कभी बहुत कुछ कह जाती है।

69

उन लम्हों की आवाज़ अब बस ध्वनि बन गई है।

70

तुम्हारी बेवफ़ाई ने मुझे बदल दिया, पर दर्द वहीं का वहीं।

71

दूरियों ने समझाया कि हर खुशी हमेशा साथ नहीं रहती।

72

तेरी मुस्कान की कीमत मेरी तन्हाई में दबी है।

73

वो यादें जो कभी सहार थीं, आज बोझ बन गई हैं।

74

दिल जाने किस शहर में भटकता रहता है।

75

मेरे हर गीत में बस तेरा नाम गूंजता है।

76

तुम्हें भूलने की कोशिश में मैं और भी याद कर बैठता हूँ।

77

इस दर्द की कोई हद नहीं, बस लम्बी सर्दियाँ हैं।

78

तुम्हारी तरह कोई जज़्बातों को नहीं समझ पाया।

79

कभी-कभी ग़म भी अपनेपन जैसा लगने लगता है।

80

तुम्हारी याद ही मेरी ताब दे रही है जिन्दगी को।

81

दिल बताता है कि लौट आओ, मगर वक़्त चुप है।

82

तुम्हारी बेख़बरी ने मेरी रातें अँधेरी कर दीं।

83

हर खुशी के पीछे अब एक छिपा हुआ ग़म है।

84

तुम्हारे जाने का आलम अब भी मेरे साथ है।

85

कभी-कभी आवाज़ें भी रुला देती हैं मुझे।

86

तेरी यादों की खुशबू अब भी हवा में बसी है।

87

दिल जिसे चाहता है, वही अक्सर बहुत दूर होता है।

88

रिश्तों के नाम भी अब सिर्फ़ खामोशियाँ हैं।

89

वो वादे जो किए थे, आज उन्हीं ने ज़ख्म दिए।

90

तुम्हारी कमी की आवाज़ हर सुबह बज उठती है।

91

दिल कहता है कि संभल जा, पर कदम टूट जाते हैं।

92

तुम्हारे बिना मेरा सीना साँसों से खाली लगने लगा।

93

हर सफर अब तुम्हारे बिना अधूरा सा लगता है।

94

तेरी मुस्कान अब किसी और की, और मेरी तन्हाई मेरी।

95

माना कि वक्त बदलता है, पर यादें नहीं बदलतीं।

96

कभी सोचा था कि ग़म भी दोस्तों जैसा बन जाएगा।

97

तू गया तो साथ गया, पर परछाइयाँ रह गईं।

98

दिल की दीवारें उठी हुईं, पर शोर कम नहीं हुआ।

99

तन्हा सफर में तेरे बिना जीना सीखा, पर भूलना नहीं।

100

तेरी यादों का साया जिस पल हटेगा, शायद मैं मुस्कुरा दूँगा।

लाइसेंस: © attitudeshayari.co — सभी शायरी रचनात्मक सामग्री
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