Mood Off Shayari — 100 Best Mood Off Shayari (Hindi & Hinglish)
Short 2–3 line mood off shayari to express sadness, disappointment and introspection. Perfect for statuses & captions.
Feeling low? Here are 100 short mood off shayari in Hindi and Hinglish — 2–3 lines each. Use them for WhatsApp, Instagram, or to share how you really feel.
100 Mood Off Shayari (Hindi & Hinglish)
1. दिल ने कहा कुछ तो बोलो, मैं चुप रहा तो तुम रूठ जाओगे —
पर तुमने तो बस यूँ ही नज़रें हटाईं और मेरा दिल टूट गया।
2. रातें भी अब सस्ती सी लगती हैं, जब खामोशी बोल पड़े —
खुशी का पता भी नहीं, बस एक किस्सा दर्द का बचा।
3. मुस्कुराना सीखा हमने भी बहुत, बस सामने वाला कोई नहीं —
चेहरे पे हँसी, अंदर अँधेरा, यही हमारी रोज़ की कहानी है।
4. रौशनी कम पड़ जाती है उन राहों में, जहाँ साथ छोड़ गए थे —
यादों के साये भारी हैं, और कोई सहारा नहीं।
5. तू जो नहीं मिला तो क्या हुआ, ज़ख्म दिल के कभी नहीं भरते —
हर हँसी के पीछे अब उदासी का एक अंजाना सा गीत है।
6. कुछ लोग आते हैं जैसे तूफ़ान, सब कुछ उड़ा ले जाते हैं —
और पीछे बस ख़ामोशी और एक खाली दिल रह जाता है।
7. बात दिल की करूँ तो कहने वाला कोई नहीं, सुनने वाले निराश —
मैं भी अब वही करूँ क्या, जो सब करते हैं — मुस्कुरा कर सूना रह जाऊँ।
8. सारे रिश्ते भी अब परछाइयों जैसे लगते हैं —
छूने पर असलियत गायब और दूरी हमेशा कायम।
9. तुम जाओ तो रुक जाऊँ, कहते थे हम भी — पर तुम जो गए तो मैं चल पड़ा —
रास्ते पर अकेलापन मेरा नया हमसफ़र बन गया।
10. उम्मीदें कम हो जाती हैं धीरे-धीरे, जब वादे टूटते हैं —
अब कोई भी दावा नहीं करता, बस चुप रहने का हुनर आ गया।
11. दिल टूटना भी एक कला है, जिसमें महारत धीरे-धीरे आती है —
हर बार एक नया दर्द, पर कौशल पुराना ही रहता है।
12. यादों के सहारे जी रहे हैं, पर यादें भी आशिकी नहीं कर रहीं —
बस कब्र-सी खामोशी है और एक खाली सा घर।
13. हर खुशी अधूरी लगती है, तुम्हारे बिना —
हँसी की वजह ढूंढता हूँ तो बस तुम्हारी कमी मिलती है।
14. बोलते तो बहुत हैं लोग, पर कोई सुनने वाला नहीं —
उनकी बातें हवा में उड़ कर रह गईं, और मेरा दर्द वहीं ठहरा।
15. तुमसे पहले भी दिल टूटा होगा, पर तुम्हारे जाने का दर्द नया था —
हर किसी जख्म में अब तुम्हारा नाम खुलकर लिखा मिलता है।
16. कुछ रिश्तों की जड़ें इतनी गहरी होती हैं, कि टूटने पर भी आवाज़ नहीं आती —
बस जमीन सिमट जाती है और सब कुछ बदल जाता है।
17. मेरा खामोश चेहरा भी एक कहानी कहता है —
पर लोग इसे हँसी समझकर आगे बढ़ जाते हैं।
18. जितना भी मुस्कुराओ, दिल की सच्चाई छुपती नहीं —
ये दिल का हाल हर रात चुपचाप कह जाता है।
19. अब तो उम्मीदों की जगह डर बैठ गया है —
किसी भी रिश्ते में अब खुल कर भरोसा नहीं रहता।
20. चाहे कितना भी रोशन कर दूँ दुनिया को, अंदर अँधेरा वही रहता है —
तुम्हारी कमी हर रोशनी से बड़ी आवाज़ छोड़ जाती है।
21. कभी सोचा था कि हम साथ होंगे, पर किस्मत ने दूसरी कहानी लिख दी —
अब यादों से ही बात रखता हूँ, क्योंकि वही सच्ची रह जाती हैं।
22. अब लोगों की बातें भी गूँजती नहीं, दिल सुनना भूल गया —
बस उलझे हुए ख्याल और एक अकेला सा दिल बचा है।
23. तेरे जाने का असर अभी भी है मेरे ऊपर —
हर ख्वाब में तुम लौट कर आते हो और मैं जग जाता हूँ टूट कर।
24. दिखाने के लिए खुश रहता हूँ, पर अंदर कुछ अधूरा सा रहता है —
तू जो साथ नहीं तो सब कुछ बेकार-सा लगता है।
25. किसी की कमी दिल में ऐसे घुली है, जैसे चाँदनी रात में सन्नाटा —
बातें कट गईं, और आवाज़ें खो गईं।
26. शायद हमारी क़िस्मत में ही अकेलापन लिखा था —
वरना इतनी आसानी से मेरा भरोसा कौन तोड़ पाता।
27. तेरे लौट कर आने की उम्मीद दिल में थी, पर अब वो भी धुंधली हो गई —
समय ने सिखाया है — जो चला गया, वो फिर नहीं आता।
28. सच में दिल की हालत ऐसी है कि हँसी भी अब झूठी लगती है —
हर खुशी के पीछे तेरी याद बस एक सावन बनकर बरसती है।
29. जब भी मैं तुम्हें भूलने की कोशिश करता हूँ, तुम्हारी यादें और गहरी हो जाती हैं —
ये दिल अब मुझसे भी जिद्दी हो गया है।
30. अपनी ही भीड़ में जिसे सबसे ज्यादा चाहा, वही सबसे दूर निकल गया —
अब भीड़ में अकेलापन ज्यादा गूँजता है।
31. अक्सर सोचता हूँ कि क्या कमी रह गई थी हमारी —
पर जवाब मिलता है कि मोहब्बत भी शायद किसी मीठी भूल गई चीज़ जैसी निकली।
32. तेरे बिना शामें लंबी और सर्द नजर आती हैं —
हर घड़ी बस तेरी कमी का हिसाब कर रही है।
33. कभी लगता था कि कोई साथ निभाएगा, अब समझ आया —
सिर्फ़ वादे ही साथ रहते हैं, लोग नहीं।
34. आँखों में आँसू नहीं, पर दिल रोज़ छलकता है —
क्योंकि किसी ने वो जगह छोड़ दी जहाँ हम रहते थे साथ।
35. लोग कहते हैं वक्त हर दर्द को मिटा देता है —
पर कुछ दर्द ऐसे होते हैं जो वक्त को ही बदल देते हैं।
36. तेरी बातों का असर सबसे ज्यादा था, अब कुछ भी असर नहीं दिखता —
सब कुछ फीका-सा लगने लगा है।
37. आज फिर उसी गलियों में चला जहाँ यादें घुलती थीं —
पर अब रास्ते भी पूछते हैं, ‘कौन सा मंज़िल चाहिये?’
38. तेरी कमी ने सीखा दिया हैः सबको पास रखना खतरे में डाल देता है —
अब दूरी ही मेरी सबसे बड़ी सुरक्षा है।
39. मेरी आदतें बदल गईं, पर तेरा नाम वहीं पर है —
रूप बदलता रहा, पर असर वही पुराना रहा।
40. हर मुलाक़ात में अब एक खामोशी छा जाती है —
क्योंकि दिल में कहीं कोई टूट चुका है।
41. कुछ उदासियां अनकही सी रहती हैं, बोलती नहीं —
वो अपने आप में एक किताब बन जाती हैं जिसे कोई नहीं पढ़ता।
42. जो बात तुझसे शेयर करते थे, अब खुद से भी नहीं करते —
दिल ने सब कुछ अंदर रख लेना ही सीख लिया।
43. किन रास्तों से लौट कर आता हूँ, वही अब दिखते नहीं —
हर मोड़ पर तेरी याद का इंतज़ार रहता है।
44. कभी मैं खुद से कहा करूँ, पर जवाब नहीं आता —
क्योंकि अंदर की आवाज़ भी थक चुकी है।
45. दुनिया हँसते हुए आगे बढ़ गई, मैं वहीं ठहरा —
सोचता हूँ, क्या यही हमारी किस्मत थी? ये तन्हा सफ़र?
46. जब कोई अपना नहीं बचता, तो खुद को पहचानना मुश्किल होता है —
हम भी बदल जाते हैं, बस कोई नोटिस नहीं करता।
47. तेरे बिना सुबहों में रंग नहीं, रातें भी सुनसान —
हर क्षण सिर्फ़ तेरी गुमसुम यादों का घर बन गया है।
48. कुछ रिश्तों की खुशबू तुम्हीं हो, जो अब हवा में नहीं है —
और इसलिए सब कुछ फीका-सा लगता है।
49. अब हँसी भी शरमाती है, क्योंकि दिल कई बार रो चुका है —
पर लोग सवाल करते हैं कि क्या हुआ? मैं बस मुस्कुरा देता हूँ।
50. कभी सोचता था कि सब ठीक हो जाएगा, पर ठीक होने का मतलब बदल गया —
अब ठीक रहने का मतलब है खुद को बचा लेना।
51. तेरे बिते लम्हों की गूँज अब भी है कानों में —
जो बीत गया, वही तो अब सबसे ज़्यादा याद आता है।
52. हर नया दिन एक सवाल छोड़ जाता है —
क्या फिर वही दर्द मिलेगा या कुछ और सीखेगा दिल?
53. अब भरोसा विकास की तरह धीरे-धीरे बनता नहीं —
हर बार टेस्ट में टूट जाता है और फिर बनना मुश्किल होता है।
54. दिल ने बहुत बार उम्मीद की, पर वक्त ने जाने दिया —
अब उम्मीदें भी खुद मुँह मोड़ चुकी हैं।
55. तन्हाई में बातें तीखी लगती हैं —
क्योंकि सुनने वाला कोई नहीं, बस एक परछाई रहती है।
56. तेरे जाने के बाद सब कुछ बदल गया, पर नाम वही रहा —
मुस्कान दिखाने का ढंग भी बदल गया।
57. कई बार लगा कि मैं अकेला नहीं, पर झूठी भीड़ ने धोखा दे दिया —
अब खुद ही अपने सबसे भरोसेमंद साथी बन चुका हूँ।
58. वो लम्हा जब तुमने आख़िरी बार कहा ‘ख़्याल रखना’ —
वो शब्द अब रोज़ मेरे दिल में गूंजते हैं और दर्द बढ़ाते हैं।
59. कभी हमारी राहें अलग होंगी, ये सोचा नहीं था —
पर अब ये बात सच बन चुकी है और बहुत भारी लगती है।
60. हर याद अब इसलिए दर्द देती है, क्योंकि उसने हमें बदल दिया —
हम पहले जैसा नहीं रहे, और ये सबसे बड़ी सजा है।
61. सोचता हूँ क्या हुआ था जब हम टूटे —
पर यादों की किताब खुलती है और सारा सच सामने आ जाता है।
62. अब बातों में भी ठहराव आ गया, दिल थम-सा गया —
कभी इतनी चंचल बातें थीं, अब खामोशी का राज है।
63. जो दिल में बस गए थे, वही अक्सर दर्द बनकर रह गए —
उनकी कमी अब सबसे ज़्यादा महसूस होती है।
64. आंसुओं की जगह अब सोचने की आदत हो गई —
क्योंकि रो कर मिलने वाली राहत भी अब कम पड़ने लगी।
65. अकेलेपन के सफ़र में मैंने बहुत कुछ देखा —
सबसे बड़ा सच ये है कि सब अपने-आप होते हैं।
66. तेरी यादों का मौसम हमेशा बरसता रहता है —
मैं भीगता हूँ, पर कोई छत नहीं देता।
67. दिल शांत दिखता है पर अंदर भूचाल है —
लोग समझते कुछ और, और मैं कुछ और महसूस करता हूँ।
68. जो माना था अपना, वही अब अनजान लगने लगा —
रिश्तों के रंग बदलते हैं, पर दर्द वही रहता है।
69. तेरी हँसी मेरी कमजोरी बन गई थी, अब वो भी खो गई —
मुस्कुराहट अब मजबूरी लगने लगी है।
70. जब दिल रोता है तो आंखें नहीं दिखाती, पर ज़ुबान सब बताती है —
ये दर्द भी एक सच्ची औरत की तरह गर्व रखता है।
71. हर मुलाकात अब सवालों से भरी है —
क्यों तुम चले गए और क्यों मैंने न रोका? यही सवाल मेरे साथ रहता है।
72. तेरी यादों की परतें हर रोज़ बढ़ती जा रही हैं —
और मैं उनका बोझ उठाते-उठाते थक गया हूँ।
73. अब सब कुछ अपने आप बदल गया, पर दिल वही पुराना बना है —
जिसने हर दर्द को अपने में घर किया है।
74. हर हंसी के पीछे अब कोई कमी है —
क्योंकि हमने वो सब खो दिया जो सच्चा था।
75. रिश्ता खत्म नहीं हुआ बस बदल गया —
कभी साथ जो चलता था, अब पड़ाव बन गया।
76. लगता है जैसे सब कुछ मुझे छोड़कर जा चुका है —
पर मैं अब भी वही खड़ा हूँ, परिवर्तन की राह पर।
77. तेरी बातों का असर इतना था कि अब कुछ भी असर नहीं होता —
हर खुशी खाली-खाली सी लगती है।
78. तेरे शहर की हवा अब भी खुशबू देती है —
पर वो खुशबू अब सिर्फ़ यादों में ही महकती है।
79. कई बार लोगों को समझाने की कोशिश की, पर थक गया —
क्योंकि जो दिल से समझे वही कम और जो समझे वही ज़्यादा कमी दिखा गए।
80. अब मैं भी उस तरह नहीं रहा, जो पहले था —
दर्द ने मुझमें एक कड़ा किस्म का धैर्य भर दिया।
81. तेरी याद आकर घंटों बैठ जाती है, और मैं तमाशा देखता हूँ —
कभी-कभी सोचता हूँ की इसे कैसे दूर करूँ?
82. अब बातें छोटी-छोटी भी बड़ी लगती हैं —
क्योंकि दिल अब हर चीज़ में तुम्हें ढूँढता है।
83. तेरे नाम की छाप हर चीज़ पर है —
सांसों में तेरी गूँज और खामोशी में तेरी आवाज़।
84. जो बता ना सके, वह दर्द भी बड़ा होता है —
अब मैं भी कई बातें दिल में ही दबा लेता हूँ।
85. तेरी आवाज़ सुनना अब ख्वाबों तक सीमित रह गया —
और ख्वाब भी अक्सर टूट कर मिलते हैं।
86. तुमसे ज्यादा किसी का भरोसा नहीं था, अब वही भरोसा भी टुकड़े-टुकड़े —
अब सीख लिया है कि खुद का सहारा चाहिए।
87. अब मैं भी डरता हूँ नए रिश्तों से, क्योंकि पुराने ने धोखा दिया —
ये दिल अब कम बोलता और ज्यादा देखता है।
88. तेरी यादें कभी-कभी रोज़ मेरे ख्यालों में दरवाज़ा खटखटाती हैं —
मैं खोलता हूँ पर वहाँ सिर्फ़ सुनसानियाँ मिलती हैं।
89. अब हर खुशी में कुछ कमी सी रहती है —
क्योंकि तू नहीं है साथ, और सब आधा-आधा लगता है।
90. रात के सन्नाटे में तेरी धुन बजती है —
और मैं बस उसे सुन कर जी लेता हूँ।
91. अब जो भी है, बस यादें हैं और वो भी थकी-थकी —
पर इनकी तासीर कुछ ऐसी है कि दिल नहीं भूलता।
92. कोई आता है और चला जाता है, पर असर रहता है —
मैं सिख गया हूँ कि सब चीज़ें अस्थायी हैं, पर दर्द अस्थायी नहीं।
93. तेरे बिना भी जिया जा सकता है, पर वो जीना थोड़ा खाली है —
कभी-कभी लगता है कि बस तेरी आवाज़ हो तो सब ठीक हो जाएगा।
94. मंज़िलें बदल गयीं पर राह वही रही —
तेरे बिना भी रास्ता कटता है, पर तेरे बिना भी।
95. अब प्यार का नाम सुनकर भी दर्द उठ जाता है —
क्योंकि हमारी कहानी भी अब दर्द की किताब बन गयी।
96. मैंने हजारों बार खुद को सम्हाला, पर तेरी कमी हर बार आकर गिरा देती है —
फिर उठना और खुद को संभालना मेरी रोज़ की कसरत है।
97. किसी ने कहा था कि वक्त सब ठीक कर देगा —
पर वक्त ने बस हमें बदल दिया, दर्द वही रहा।
98. अब मैं भी चुप रहता हूँ, क्योंकि बोलने से कुछ नहीं मिलता —
कम बोल कर भी दिल चीर जाता है, पर बचता वही है।
99. तेरे बिना की जिन्दगी ने बहुत कुछ सिखाया —
सबसे बड़ी सीख: खुद को फिर से पाना है।
100. आज भी जब भी कोई गीत चलता है, तेरी याद आ जाती है —
और दिल धीरे-धीरे कहता है, “ये भी गुज़र जाएगा” — पर आज नहीं।
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