100 Shayari for Girls in Hindi — 2-3 Line Shayari
खूबसूरत, अटिट्यूड, प्यार और सुकून देने वाली 100 छोटी-छोटी शायरी — मोबाइल फ्रेंडली और शेयर करने के लिए परफेक्ट। (Keyword: shayari for girls)
दुआओं में मुस्कान और संघर्षों में शान रखती है।
दिखावे से दूर, बस सच्ची ज़िंदगी जीती हूँ।
मैं खुद की रानी हूँ, ख्वाबों की निशान रहती है।
जो समझे वही मेरे पास आए, बाकी सब पासा है।
हर मुश्किल को जीत कर, नई कहानी बनाती हूँ।
मंजिलें मेरे इंतज़ार में, कदमों में चकाचक रास्ता है।
दिल में जगह वही मिलता है जो सच्चा दोस्त बना रहता है।
इज़्ज़त चाहिए तो खुद भी इज़्ज़त देती हूँ, ये मेरी आदत है।
मुस्कुराहट में भी कभी-कभी आग छुपा देती हूँ।
क्योंकि मेरी तरक्की की राहों में कोशिशें बढती हैं।
आँखों में उम्मीद और कदमों में सब्र के जवाब हैं।
हिम्मत की बारिश में भी मैं खिल उठती हर बार हूँ।
हर बाँधे हुए सवाल का जवाब, अपने काम से दूँगी।
हर टूटे सपने को जोड़ कर, नई राह पर चल पड़ती हूँ।
जो साथ दे संभाल कर, बस वही मेरा है।
दुनिया के खेल से दूर, पर असलियत से कभी नहीं भागूंगी।
सपनों की चादर ओढ़ कर मैं, अपने पंखों से उड़ान भर दूँगी।
किस्मत खुद लिखूँगी मैं, किसी और के सहारे वाला नहीं।
जो समझे वही खुशकिस्मत, बाकी खामोशी की कहानी सुनें।
खुद को संवार कर चलती हूँ, मंजिल मिलनी तय है।
मैं वो लड़की हूँ जो खुद के लिए भी आवाज़ उठाती।
बाकी दुनिया की रफ़्तार में मैं अपने लिए मुसाफिर बनूंगी।
मेरा अटिट्यूड मेरा स्टाइल, और दिल में बस संगीत।
हर मोड़ पर मुस्कुरा कर, नया सफर शुरू करती हूँ।
क्योंकि जो अंदर से खिला हो, उसे कोई भी बुझा ना पाए।
जिसे हो चाहिए, वो मिले या न मिले — मैं खुद को पूरी कर लूँगी।
हर संघर्ष को हँस कर चीर कर, नई कहानी लिखती हूँ।
जो चाहूँ उसी राह पर चलूँ, शोर-शराबे से दूर रहती हूँ।
छोटी-छोटी जीतों में ज्यादा खुशी ढूँढती हूँ।
जो मेरा है उसे हासिल करूँगी, यही मेरी आदत खास है।
जो मेरे साथ सच में खड़ा हो, वही मेरा सच्चा सहारा है।
जो मेरी ताकत समझे वही मेरे दिल का सहारा बनेगा।
मैं खुद से प्यार करती हूँ, ये मेरा पहला फ़र्ज़ है।
किसी की मंज़ूरी की मोहताज़ नहीं, खुद ही मंज़िल पाऊँगी।
जो दोस्त मेरे साथ सच्चा रहे, वही मेरी जान है।
मैं वही करूँगी जो मेरे वजूद को बरक़रार रखे।
जो समझे वही मेरा साथ पाए, बाकियों को सलाम है।
खुद से प्यार करूँगी मैं, यही सबसे अच्छी रीत है।
मैं खुद को सम्भाल कर चलती हूँ, मेरे कदम मंजिल पाते हैं।
पर जो धोखे का इरादा रखे, उसे मैं बिना बताये हटा देती हूँ।
हँसते हुए भी हर दर्द से मैं पार पा जाऊँगी।
जो मुझे नहीं समझे, उसके लिए मैं मायूस नहीं।
मैं वही चाहूँगी जो दिल से हो, दिखावे से नहीं।
जो मेरी क़द्र करे वही मेरे दिल का जनाब है।
पर जो मज़ाक में दिल तोड़ दे, उससे दूरी बनाऊँगी।
मैं सीख चुकी हूँ खुद को संवारना, अब किसी से डरना कम आता है।
जो साथ निभाए वो अनमोल, जो साथ छोडे वो कहानी छोटी-सी।
जो समझे मेरा सुकून वही मेरे दिल में जगह पाता है।
पर इज़्ज़त का कारोबार कभी किसी से हल्की बात नहीं मानती।
पर मेरी आदत नहीं किसी का अपमान करना, बस चल देती हूँ।
किसी की पलीता करने से पहले खुद की मर्यादा रखती हूँ।
पर मेरी असलियत मेरे कर्मों में नज़र आती है।
हर मौसम में खिलती रहूँगी, चाहे जैसे भी हालात हों।
जो नजरों से पढ़ ले वही मेरी कहानी जान जाता है।
जो मंजिल चाहूँ वो पाने का जुनून है मेरी राह में।
जो मुझे आज़माएगा, उसे मेरे हौसले का अंदाज़ मिलेगा।
जिसने भी इमांदारी दिखाई, मैंने उसे दिल से अपनाया।
हर ठोकर से सीखकर मैं फिर से उठ कर आगे बढ़ जाती हूँ।
जो मेरे साथ सच्चा हो उसे मेरी मोहब्बत को सजा दूँगी।
जो इसे न समझें, उन्हें मेरी दूरियां खुद बता देंगी।
दिल का टैमिन मेरे पास है, और इरादे पक्के मेरे लिए।
जो इसे समझे वही मेरा सच्चा साथी कहलाता है।
जो मेरे लिए सही है, उसे मैं बखूबी चुनूँगी।
क्योंकि मेरी पहचान मेरे सपनों से बँधी हुई है।
जो बातों में झूठ बोले वो मेरा भरोसा नहीं जीत पायेगा।
मैं अपना सफ़र खुद तय करूँगी, किसी और का साथ बेमायने होगा।
जो मेरे रास्ते में आएगा उसे मैं मुस्कुराके टाल दूँगी।
जो दिल दे, दिल से दे — तभी मैं उसे अपनाती हूँ।
ग़म के मौसम से गुज़र कर मैं फिर से बहार बन जाती हूँ।
पर जो मेरे खामोशपन को परखने की हिम्मत करे, उसे मेरी आग दिख जाया करेगी।
मैं वो लड़की हूँ जो खुद से प्यार करती है और खुद से जीती है।
जो समझ जाए वो मेरी खामोशी की वजह भी समझ ले।
क्योंकि सीख मेरी कमज़ोर नहीं, मजबूती बनकर लौटेगी।
जो मेरे साथ चलता है, उसे मेरा साथ सच्चा लगेगा।
जो मेरे दिल को समझे वही मेरे रास्तے की रोशनी बने।
जो मैंने ठाना वो कर दिखाऊँगी, ये मेरी लकीर है।
जो मेरी कमियाँ देखे, उसे मेरी खूबियाँ भी दिखा दूँगी।
जो मुश्किलों को देखा, उसने मुझे और मजबूत पाया।
किसी की नकल नहीं करती, खुद की पहचान बनाती हूँ।
जो ये दे, उसे मैं अपनी जिंदगी में जगह दूँगी।
जो समझे वही साथ दे, वरना मैं अकेले भी मुस्कुरा दूँगी।
जो मेरी कदर करे, उसके लिए मैं सदैव तैयार हूँ।
क्योंकि मेरे कामों की आवाज़ बोलती है मेरी।
हर तकलीफ़ को सह कर भी मैं फिर खिल उठती हूँ।
जो इसे समझे वो मेरी दुनिया पाएगा, बाकी खुद बदलते रहेंगे जहां।
जो ये दे सके वही मेरे दिल का होता है पासा।
पर मैं फिर भी हँस के आगे बढ़ जाती हूँ, ये मेरी तबीयत रही है।
जो मेरे साथ सच्चा रहे वही मेरी ज़िन्दगी की असली खातिर है।
जो मुझमें भरोसा रखे वो मेरी सबसे बड़ी क़ीमत है।
कठिनाई मिलती है तो मैं उसे चुनौती मानकर आगे बढ़ जाती हूँ।
जो मुझे समझे वही मेरे दिल का सच्चा सखा है।
क्योंकि हिम्मत वालों की दुनिया मेरी मंज़िल बनती है।
मैं अपनी वफादारी की कीमत बताकर फिर आगे बढ़ जाऊँगी।
जो मेरे साथ चलेगा, उसे मेरी कामयाबी में हिस्सा दूँगी।
जो मेरे साथ ईमानदारी से चलेगा, उसे मेरा प्यार सच्चा मिलेगा।
हर नए दिन में मैं अपने लिए नया अध्याय लिख जाऊँगी।
जो इसे समझे वही मेरे दिल के करीब रहे।
जो मुझे साथ दे वही मेरा सब कुछ बन जाता है।
क्योंकि मेरी असल चमक मेरी आत्मा में बसती है।
किसी की परछाईं में नहीं, अपनी रोशनी से जीती हूँ।